PAT TEST HINDI STD 6 Date- 21-09-2021 | सामयिक मूल्यांकन कसोटी हिन्दी दि. 21-09-2021
सामयिक
मूल्यांकन कसोटी
कक्षा
:- 6 हिन्दी 21 सितम्बर, 2021
समय :-
1 घंटा अंक
:- 25
H613.02 ‘कौन’ कारक के रुपों वाले प्रश्नो के उत्तर लिखित रुप से देते हैं ।
प्रश्न :1 प्रश्नो के उत्तर लिखिए । (5)
(1) हमें पशुओं के साथ कैसा व्यवहार करना चाहिए ?
उत्तर : हमे पशुओं के साथ अच्छा और मानवता पूर्ण व्यवहार करना चाहिए ।
(2) हमारे जीवन को सुख-दु:ख
की कहानी क्यों कहा गया है ?
उत्तर : हमारे जीवन में सुख और दु:ख आते जाते रहते हैं । इसलिए कवि ने कहा है कि- ‘हमारा जीवन सुख-
दु:ख की कहानी है ।’
(3) यदि तुम नन्ही की जगह
होते तो बिच्छू के साथ कैसा व्यवहार करते ?
उत्तर : यदि मैं नन्ही की जगह होता तो मैं भी वही करता जो नन्ही ने बिच्छू
के साथ किया ।
(4) नन्ही और बिच्छू की
कहानी से आपने क्या सीखा ?
उत्तर : नन्ही और बिच्छू की कहानी से मैने यह सीखा कि, किसी की गंदे स्वभाववाले इन्सान की वजह से हमे
अपना अच्छा स्वभाव नहीं छोडूँना चाहिए, बल्कि हमे यह प्रयत्न करना चाहिए कि हमारे अच्छे स्वभाव से
प्रभावित होकर वह अपनी गंदी आदत छोड़ दे ।
(5) ‘दयालू शिकारी’ कहानी से क्या सीख
मिलती है ?
उत्तर : ‘दयालू शिकारी’ कहानी से हमे यह सीख मिलती है कि, हमें पशुओं के साथ भी दया एवं मानवतापूर्ण
व्यवहार करना चाहिए ।
H610: चित्र के आधार पर कहानी का लेखन करते हैं ।
उत्तर : एक दिन एक कौए को एक पूरी मिली और उसे वह अपनी मुँह मे लेकर उड़ गया
और एक पेड़ के उपर जा कर बैठ गया । तभी वहा से एक लोमड़ी निकल रही थी,
उसे भी भूख लगी थी । उसने ऊपर देखा कि
कौए के मुँह में पूरी थी । लोमड़ी को पूरी खाने की इच्छा हई तो उसने सोचा,
चलो इस कौए को बातों मे उलझा के उससे वो
पूरी ले लू ।
लोमड़ी
ने कौए को बुलाया, “कौए भाई कैसे हो? बहोत दिन बाद मिले हो ! काफी दिन से
आपकी आवाज़ नहीं सुनी, तो आज आपकी मधुर आवाज़ में गाना सुना दो।”
ये बात सुनते ही कौआ लोमड़ी की चालाकी
समझ गया । उसने अपनी पूरी को पंजे से पकड़ लिया और फिर काँव –
काँव करने लगा।
यह देखकर लोमड़ी को समझ आ गया की कौआ
उसकी बात में नहीं आया । कौआ समझदार लग रहा है। और लोमड़ी वहाँ से चली गई । उसके
बाद कौए ने अपनी पूरी आराम से मजे से खाई ।
सचमुच,
हमें अपने आप पर भरोसा होना चाहिए और
हमें दूसरों की बोतो में नहीं आना चाहिए ।
H617.02 : शब्दो और अंको में 51
से 100 तक की गिनती का लेखन कर सकते हैं ।
प्रश्न : 3 निम्न लिखित
अंको को शब्दो में लिखिए । (5)
(1)
५५ -
पचपन
(2)
७० -
सत्तर
(3)
६६ - छियासठ
(4)
८९ - नवासी
(5)
९९ - निन्यानबे
H615 विरामचिह्नो का योग्य
स्थान पर प्रयोग करते हैं ।
प्रश्न : 4 निम्नलिखित वाक्यों को योग्य विरामचिह्न लगाकर
फिर से लिखिए । (5)
(1)
तुम क्या करते हो
उत्तर : तुम
क्या करते हो ?
(2)
अरे क्या हो गया
उत्तर : अरे
! क्या हो गया ।
(3)
माता पिता की सेवा ही सच्ची पूजा है
उत्तर : माता-पिता
की सेवा ही सच्ची पूजा है ।
(4)
भैया मुझे जाने दीजिए
उत्तर : भैया,
मुझे जाने दीजिए ।
(5)
सुर्यकांत त्रिपाठी का उपनाम निराला
है
उत्तर : सुर्यकांत
त्रिपाठी का उपनाम ‘निराला’
है ।
H6.06 छपी हुई सामग्री पढ़कर
समझते हैं ।
प्रश्न : 5 निम्नलिखित परिच्छेद को पढ़कर दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए । (5)
प्रश्नन :
(1) शरीर, मन और आत्मा को एक साथ कौन जोड़ता है ?
उत्तर : शरीर, मन और आत्मा को एक साथ योग जोड़ता है ।
(2) नियमित योग अभ्यास करने से क्या फायदा होता है ?
उत्तर : नियमित योग अभ्यास करने से हमारा शरीर सक्रिय रहता है, आलसीपन दूर होता है, शरीर में रक्त
प्रभाव बढ़ता है, ध्यान केन्द्रित करने की शक्ति बढ़ती है और मन प्रफूल्लित रहता है ।
(3) परिच्छेद में ‘सहायता’ शब्द का समानार्थी शब्द कौन-सा है ?
उत्तर : परिच्छेद में ‘सहायता’ शब्द का समानार्थी शब्द है – ‘मदद’ ।
(4) परिच्छेद में से ‘आलसी’ शब्द का विलोम शब्द ढूँढिए ।
उत्तर : परिच्छेद में से ‘आलसी’ शब्द का विलोम शब्द - ‘सक्रिय’ ।
(5) इस परिच्छेद को उचित शीर्षक दीजिए ।
उत्तर : हम इस परिच्छेद को ‘योग
का महत्व’, ‘योग के
फायदे’, ‘योग की आवश्यकता’
जैसे शीर्षक दे सकते हैं ।
ôôôôôô
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