Posts

Showing posts from May, 2020

लिंग परिवर्तन | Ling Parivartan in Hindi

Image
लिंग परिवर्तन के नियम Ø संज्ञा के जिस रुप से व्यक्ति या वस्तु की जाति का बोध होता है , उसे व्याकरण में लिंग कहते है । Ø हिन्दी में केवल दो लिंग है – पुल्लिंग और स्त्रीलिंग । Ø अन्य भाषाओ की तुलना में हिन्दी की लिंग व्यवस्था जटिल मानी गई है ।   (1)   नियम : 1           ‘ अकारान्त ’ या ‘ आकारान्त ’ पुल्लिंग शब्दो को ‘ ईकारान्त ’ करदेने से वह संज्ञा स्त्रीलिंग हो जाती है । देव       - देवी पुत्र       - पुत्री दास      - दासी हिरन     - हिरनी राक्षस    - राक्षसी लड़का - लड़की दादा     - दादी चाचा    - चाची मामा     - मामी नाना     - नानी  (2)   नियम : 2 ‘ आ ’ या ‘ वा ’ से अन्त होनेवाले पुल्लिंग शब्दो में ‘ आ ’ या ‘ वा ’ के स्थान

वचन परिवर्तन | Vachan parivartan in hindi

Image
वचन परिवर्तन वचन परिवर्तन के नियम | vachan parivartan in Hindi   Ø संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण और क्रिया के जिस रुप से संख्या का बोध हो, उसे ‘ वचन ’ कहते है ।   Ø शब्द के जिस रुप से संख्या का बोध हो, उसे ‘ वचन ’ कहते है ।   Ø   जिस शब्द के द्वारा वस्तु के एक या अनेक होने का बोध होता है, उसे ‘ वचन ’ कहते है । ­    (1)       नियम- 1 è         आकारांत ( शब्दो के अंतिम उच्चारण) पुल्लिंग शब्दो का बहुवचन बनाने के लिए शब्दो के अंतिम ‘ आ ’ को ‘ ए ’ कर दिया जाता है । बच्चा      - बच्चे गधा       - गधे ताला      - ताले लड़का - लड़के घोड़ा      - घोड़े    बेटा       - बेटे कमरा    - कमरे छाता     - छाते तोता      - तोते रुपया    - रुपए अपवाद :           कुछ ऐसी भी पुल्लिंग संज्ञाएँ है जिनके रुप दोनो वचनो में एक जैसे रहते हैं । जैसे –                         मामा, चाचा, दादा, योद्धा, युवा, आत्मा, देवता आदि ।   (2)       नियम – 2             आकारान्त पुल्लिंग के सिवा शेष मात्राओ से अन्त होनेवाले शब्दों के रुप दोनो वचनो में एक से रहते हैं । बालक पढ़ता है ।           - बालक