Posts

Showing posts from July, 2020

1. तेरी है जमीं Quiz !

Image
 1. तेरी है जमी (प्रार्थना काव्य) Teri He Jami Click Here To Play Quiz !

4. कथनी और करनी Quiz !

Image
इकाई : 4 कथनी और करनी Quiz ! Kathani Aur Karani Click here to Play Quiz !

STD 7 SEM 1 HINDI UNIT 2 TAB YAAD TUMHARI AATI HAI

Image
2. तब याद तुम्हारी आती है ! (कवि- रामनरेश त्रिपाठी) Ø    कविता का भावार्थ :-                    जब बहुत सुबह यानि बड़े सवेरे उठकर चिड़िया खुशी के गीत गाती है, कलियाँ अपनी पँखुडिया खोलकर फूल बन जाती है और खुश होकर अपनी खुशबू चारों ओर फैलाने लगती है तब हे जगत के सिरजन हार प्रभु, हे भगवान मुझे तुम्हारी याद आती है ।                     वर्षाऋतु में जब बारीश की बूँदे गीरती है और आकाश में बीजली चमकती है, तब मैदानों में, जंगल में, बागों में हरियाली छा जाती है ।                     जब ठंड़ी ठंड़ी हवा दूर दूर से मस्ती भरी हवा लेकर आती है और हमें प्रफूल्लित  कर जाती है तब है जगत के सिरजन हार प्रभु, हे भगवान मुझे तुम्हारी याद आती है । Ø समानार्थी शब्द लिखिए :- ·        सुबह          -          सवेरा, पात:काल ·        खुशी          -          आनंद, हर्ष ·        दुनिया         -          विश्व, संसार, ·        खुशबू         -          सुगंध, सुवास ·        चिड़िया       -          पक्षी, पंछी ·        लहर           -          तरंग, झोंका ·        जग             -          जगत, विश्व, दु

Std 6 sem 1 hindi unit 2 एक जगत एक लोक

Image
2. एक जगत , एक लोक Ø " कविता का सार " एक जगत एक लोक , सबका है एक मान , एक चंद्र , एक सूर्य , एक भूमम , आसमान यह पूरी दुनिया एक है । संसार के सभी मानव भी एक ही है । इस संसार के सभी लोगों को सम्मान मिलना चाहिए । पूरे संसार को एक ही चंद्र की रोशनी मिलती है । एक ही सूर्य पूरे लोक में उजाला फैलाता है । संसार के सभी जीव एक ही आसमान के नीचे एक ही धरती पर रहते हैं । एक तेज , एक हवा , एक ही पानी जीवन है सुख - दुःख की एक कहानी एक देह , एक रक्त – (3) एक अस्थि , एक प्राण ।   एक..... हर एक मनुष्य को प्रकाश , हवा और पानी मिलता है , वह भी एक है । सबके जीवन में आनेवाले सुख - दु : ख भी एक समान है । हमारे शरीर और खून भी एक समान है । शरीर की रचना भी एक समान हड्डियों से हुई हैं । हम सब में   प्राण भी एक समान है । हर्ष भरे गाएँ हम राग सुहाने समता और ममता के गीत – तराने घर - घर में गूँज रहा (3) निशदिन यह मधुर गान ।    एक..... हम सबको एक साथ मिलकर मधुर राग में आनंद के गीत का गान करना चाहिए । जिनसे समानता और ममता की भावना जागृत हो । घर-घर में यह मधुर गीत गुंजता रह