Visheshan or uske bhed | विशेषण और उसके भेद
विशेषण और उसके भेद
विशेषण और उसके भेद |
विशेषण और उसके भेद
Ø निम्न लिखित वाक्यो को पढिए :-
(1) केशा बालिका है । => केशा साहसी बालिका है ।
(2) बगीचे में फूल खिले हैं । => बगीचे में सुंदर फूल खिले हैं ।
(3) भारत ने श्रीलंका को हराया । => भारत ने श्रीलंका को तीन विकट से हराया ।
(4) बाल्टी में पानी है । => बाल्टी में थोड़ा-सा पानी है ।
(5) आदमी जा रहा है । => वह आदमी जा रहा है ।
(6) विजय कॉट लाया । => विजय नया कॉट लाया ।
(7) उमेश लड़का है । => उमेश लंबा लड़का है ।
(8) मेरे पास गाय है । => मेरे पास लाल गाय है ।
(9) संजय को रुपयों की जरुरत है । => संजय को दो-सौ रुपयों की जरुरत है ।
(10)महेश चलकर आया । => महेश आधा किलोमीटर चलकर आया ।
उपर्युक्त वाक्यो में एक तरफ साधारण वाक्य है और दुसरी तरफ विशेषण युक्त वाक्य है, जिस में रेखांकित शब्द साहसी, सुंदर, तीन, थोड़ा-सा, वह, नया, लंबा, लाल, दो-सौ, आधा आदि शब्द संज्ञा की विशेषता बताते हैं । इस प्रकार –
è “जो शब्द संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताता है, उसे विशेषण कहते है ।"
è “विशेषण आक ऐसा विकारी शब्द है जो हर हालत में संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताता है ।"
Ø निम्न लिखित उदाहरण देखिए :-
(1) कौआ काला होता है ।
(2) भारतीय लोग ईमानदार है ।
(3) खरगोश का शरीर मुलायम होता है ।
(4) मेरे पास सफेद घोड़ा है ।
(5) सुर्योदय पूर्व दिशा में होता है ।
(6) नदीयो का पानी गंदा हो रहा है ।
(7) ओम चतुर लड़का है ।
(8) छात्रालय में पचपन छात्र हैं ।
(9) हमने बाजार से दो लिटर दूध खरीदा ।
(10)दरवाजे पर कोई खड़ा है ।
Ø विशेषण के प्रकार (भेदोपभेद) :-
विशेषण के चार प्रकार है :-
(1) गुणवाचक विशेषण
(2) संख्यावाचक विशेषण
(3) परिमाणवाचक विशेषण
(4) सार्वनामिक विशेषण
[1] अब हम कुछ उदाहरण देखेंगे :-
(1) आकाश बालक है । (1) आकाश छोटा बालक है ।
(2) बाज़ार में गुलाब मिलते हैं । (2) बाज़ार में पीले गुलाब मिलते हैं ।
(3) हर्षद विद्यार्थी है । (3) हर्षद चतुर विद्यार्थी है ।
(4) नर्मदा गुजरात की नदी है । (4) र्मदा गुजरात की लंबी नदी है ।
(5) शहर में होटलें होती हैं । (5) शहर में बड़ी-बड़ी होटलें होती हैं ।
आपने दोनों उदाहरणों में क्या अंतर देखा ?
उपर्युक्त दोनो वाक्यों में एक सरल वाक्य है तो दुसरा विशेषण युक्त वाक्य है ।
यह विशेषण युक्त वाक्य व्यक्ति या वस्तु (संज्ञा या सर्वनाम) का आकार, रंग, गुण दर्शाते हैं ।
इस प्रकार :-
è "जिस शब्द से संज्ञा या सर्वनाम के गुण-दोष, आकार, रंग-रुप, स्पर्श, दशा-अवस्था, स्थान, देश-काल, स्वाद-गंध और दिशा का बोध होता है, उसे 'गुणवाचक विशेषण' कहते है ।"
उदाहरण देखिए :-
(1) आज के नेता बेईमान होते हैं ।
(2) कौशिक मेहनती लड़का है ।
(3) हमारी पृथ्वी गोल है ।
(4) हिमालय ऊँचा पर्वत है ।
(5) कोयला काला होता है ।
(6) मेरे पास सफेद घोड़ा है ।
(7) हीरा चमकीला होता है ।
(8) बच्चो का शरीर कोमल होता है ।
(9) खरगोश का शरीर मुलायम होता है ।
(10) बीमार रमेश खेलने नहीं आया ।
अब आप विशेषण पहचानिए :-
(1) सुर्य पश्चिम दिशा में अस्त होता है ।
(2) यह करेला कड़वा है ।
(3) हम सब भारतीय है ।
(4) पंजाबी खाना मसालेदार होता है ।
(5) ग्रामीण लोग भोले होते हैं ।
(6) शादी के मंडप को लाल गुलाब से सजाया है ।
(7) सफेद कपड़े जल्दी मैले होते हैं ।
(8) मिर्च का स्वाद तीखा होता है ।
(9) लोथल प्राचीन शहर था ।
(10) नेपोलियन सत्यवादी था ।
T गुणवाचक विशेषण निम्नलिखित विशेषताओ का बोध कराता है :-
गुण-दोष : ईमानदार, भ्रष्ट, बुद्धिमान, बुध्धु, चतुर, योग्य, अयोग्य, अच्छा, बुरा, बेईमान, दुष्ट, क्रुर, आलसी, पापी आदी ।
आकार : गोल, चौड़ा, लंबा, पतला, छोटा, मोटा, वर्गाकार, तिकोना आदि ।
रंग-रुप : सफेद, काला, पीला, साँवला, गोरा, मैला, चमकीला आदि ।
स्पर्श : कोमल, कठोर, खुरदरा, चिकना, मुलायम आदि ।
दशा- अवस्था : स्वस्थ, कमजोर, बीमार, दुर्बल, रागी, बूढ़ा, युवा आदि ।
स्थान, देश-काल : ग्रामीण, प्राचीन, भारतीय, शहरी, जापानी, पंजाबी आदि ।
स्वाद-गंध : मीठा, खट्टा, चटपटा, कडवा, फीका, तीखा आदि ।
दिशा : पूर्वी, पश्चिमी, उत्तरी, दक्षिणी आदि ।
(1) प्रयाग तीन नदियों का संगम स्थान है ।
(2) गौरव तीसरी कक्षा में पढ़ता है ।
(3) सचीन वन-डे में दुहरा शतक लगा चूके हैं ।
(4) हमारे देश की चारों दिशा सक्षित हैं ।
(5) कुछ विद्यार्थी पढ़ने में कमजोर है ।
(6) कई लोग गिरनार की परीक्रमा करते हैं ।
(7) आज सिनेमा देखने ज्यादा लोग आए हैं ।
(8) विशाल ने बहुत किताबे पढ़ी हैं ।
उपर्युक्त वाक्यों में संख्या देखिए :-
तीन, तीसरी, वन, दुहरा, चारो, कुछ, कई, ज्यादा, बहुत आदि शब्द संख्या का बोध कराते हैं ।
इस प्रकार जिस शब्द से वस्तु की संख्या का बोध होता हो, उसे 'संख्यावाचक विशेषण' कहते हैं ।
संख्यावाचक विशेषण के दो प्रकार है :-
(i) निश्चित संख्यावाचक विशेषण
(ii) अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण
(i) निश्चित संख्यावाचक विशेषण :-
"जिस शब्द से वस्तु की निश्चित संख्या का बोध होता हो, उसे ' निश्चित संख्यावाचक विशेषण' कहते हैं ।"
Ü निम्नलिखित उदाहरण देखिए :-
(1) अरुण कक्षा में प्रथम आया ।
(2) हमारी शाला में बारह शिक्षक हैं ।
(3) मेरे पास दस रुपएँ हैं ।
(4) मेरे तीन भाई हैं ।
(5) रमेश सातवीं कक्षा में पढ़ता है ।
(6) चार स्त्रियाँ कुएँ जगत पर बाते करनें लगी ।
(7) पहली स्त्री ने अपने बेटे की प्रशंसा की ।
निश्चित संख्यावाचक विशेषण खोजिए :-
(1) आज बस पौना घंटा देरी से आई ।
(2) मेले में करीब दो-सौ दूकाने थी ।
(3) सेठ लोग पैसो पर दुगुना ब्याज लेते हैं ।
(4) भ्रष्टाचार चारों दिशाओ में फैल चुका है ।
(5) ईकहरा आदमी कुछ नहीं कर सकता ।
(6) ताली दो हाथों से बजती हैं ।
(7) आफ्रिका में प्राणियों की हजारों जातियाँ हैं ।
ð निश्चित संख्यावाचक विशेषण के कुछ अन्य भेद है :-
· पूर्णांक बोधक : एक, दो, तीन, नौ, सौ, हज़ार, लाख, करोड आदि ।
· अपूर्णांक बोधक : पाव, आधा, पौना, डेढ़, ढाई, साढ़े तीन आदि
· क्रम वाचक : पहला, दूसरा, तीसरा, चौथा आदि ।
· आवृत्ति वाचक : दुगुना, चौगुना, इकहरा, दुहरा आदि ।
· समूह वाचक : दोनों, तीनों, चारों आदि ।
(ii) अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण :-
"जिस शब्द से वस्तु की निश्चित संख्या का बोध नहीं होता हो, उसे ' अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण' कहते हैं ।"
Ü निम्नलिखित उदाहरण देखिए :-
(1) कुछ विद्यार्थी पढ़ने में कमजोर है ।
(2) कई लोग गिरनार की परीक्रमा करते हैं ।
(3) आज सिनेमा देखने ज्यादा लोग आए हैं ।
(4) विशाल ने बहुत किताबे पढ़ी हैं ।
(5) कुछ लड़को ने पर्यावरण बचाने का बीड़ा उठाया है ।
(6) नाव में ज्यादा लोग बैठने से नाव उलट गई ।
(7) सब बच्चे मासुम होते हैं ।
(8) मेले में अनेक लोग आते हैं ।
निश्चित संख्यावाचक विशेषण खोजिए :-
(1) कुश्ती खेलने अनेक स्पर्धक आए हैं ।
(2) शाला मे कई बच्चे मध्याहन भोजन करते हैं ।
(3) कुछ लोग मारा-मारी कर रहे थे ।
(4) दान-धर्म में थोड़े-से लोग ही मानते हैं ।
(5) ज्यादातर छात्र गणित में कमज़ोर होते हैं ।
(6) सभी किसान मेहनती होते हैं ।
(7) बहुत-से नेता बेईमान होते हैं ।
[3] निम्न लिखित वाक्यों को पढिए :-
(1) राधाने दो लिटर तेल मँगवाया ।
(2) किशनने पचास ग्राम इलायची खरीदी ।
(3) राहुल थोड़ी चीनी लेकर आया ।
(4) पिताजी बाज़ार से कुछ सब्जियाँ लाएँ ।
उपर्युक्त वाक्यो में ‘दो लिटर’, ‘पचास ग्राम’, ‘थोड़ी’, ‘कुछ’ शब्दो को रेखांकित किए गए हैं । ये शब्द नाप-तौल को दर्शाते हैं ।
इस प्रकार जो शब्द किसी वस्तु के नाप-तौल को दर्शाते हैं, उसे ‘परिमाणवाचक विशेषण’ कहते हैं ।
à निम्न लिखित वाक्यों मे से ‘परिमाणवाचक विशेषण’ खोजकर लिखिए :-
(1) माया ने दो तोले सोने का हार बनवाया ।
(2) बाल्टी में थोड़ा-सा पानी है ।
(3) मुझे बहुत सारा धन चाहिए ।
(4) अजय सौ मीटर दौड़ में प्रथम आया ।
(5) पिताजी बाज़ार से दो सेर घी लाए ।
[4] निम्न लिखित वाक्यो को पढ़िए :-
(1) मेरा काम पुरा हो गया ।
(2) वह आदमी जा रहा है ।
(3) यह घोड़ा है ।
(4) मुझे कोई किताब दे दीजिए ।
(5) वे कौन लोग थे ?
उपर्युक्त वाक्यो में रेखांकित शब्द मेरा, वह, यह, कोई, कौन- सर्वनाम हैं । ये शब्द संज्ञा से पहले आकर उसकी विशेषता दर्शाते हैं ।
ð इस प्रकार जब सर्वनाम किसी संज्ञा की विशेषता बताता है, तब उसे ‘सार्वनामिक विशेषण’ कहते हैं ।
यहाँ एक बात समझनी आवश्यक है कि सर्वनाम और सार्वनामिक विशेषण में थोडा-सा अंतर है । जैसे कि..
è जो शब्द संज्ञा के स्थान पर प्रयोग होता है उसे सर्वनाम कहते है । जबकि जो शब्द संज्ञा के पहले अथवा बाद में उसकी विशेषता बताने के लिए प्रयोग किया गया हो उसे सार्वनामिक विशेषण कहते है ।
Ü निम्नलिखित उदाहरण देखिए :-
सर्वनाम सार्वनामिक विशेषण
(1) वह पढ़ रहा है । (1) वह आदमी पढ़ रहा है ।
(2) यह बहुत सुन्दर है । (2) यह लड़की बहुत सुंदर है ।
(3) मुझे किताब दे दो । (3) मुझे कोई किताब दे दो ।
‘सार्वनामिक विशेषण’ के दो प्रकार है :-
(i) मूल सार्वनामिक विशेषण
(ii) यौगिक सार्वनामिक विशेषण
(i) मूल सार्वनामिक विशेषण
जो सर्वनाम अपने मूल रुप में अर्थात बिना किसी रुपान्तर के विशेषण के रुप में प्रयोग किया जाता है, उसे ’मूल सार्वनामिक विशेषण’ कहते है ।
उदाहरण :-
(1) यह लड़का क्रिकेट खेलता है ।
(2) वह आदमी बाज़ार जा रहा है ।
(3) कौन मवाली तुम्हें परेशान कर रहा है ?
(4) हमारी बहन 7वीं कक्षा में पढ़ती है ।
(5) कोई लड़का मुझे परेशान कर रहा है ।
(6) कुछ मंत्री देशभक्त होते हैं ।
(ii) यौगिक सार्वनामिक विशेषण
ऐसे विशेषण जो मूल सर्वनामो में प्रत्यय लगाकर तथा रुपान्तरीत होकर प्रयोग किए जाते हैं, उन्हें ’यौगिक सार्वनामिक विशेषण’ कहते है ।
उदाहरण :-
(1) ऐसा कुत्ता कहाँ से आया है ।
(2) हलवे में कितना दूध डालना पडेगा ?
(3) जैसा बाप, वैसा बेटा ।
(4) तुम्हे कितना अनाज चाहिए ?
(5) इतना लंबा रास्ता, मुझसे नहीं चला जाएगा ।
(6) जितने पेड़, उतनी स्वच्छ हवा ।
’यौगिक सार्वनामिक विशेषण’ निम्न लिखित सार्वनामिक विशेषणों से बनते हैं :-
· यह से - इतना, इतने, इतनी, ऐसा, ऐसे, ऐसी ।
· वह से - उतना, उतने, उतनी, वैसा, वैसे, वैसी ।
· जो से - जितना, जितने, जितनी, जैसा, जैसे, जैसी ।
· कौन से - कितना, कितने, कितनी, कैसा, कैसे, कैसी ।
à निम्न लिखित वाक्यों मे से ‘सार्वनामिक विशेषण’ खोजकर लिखिए :-
(1) वे लड़के खेल रहे हैं ।
(2) तुम्हारा काम पुरा हो गया ?
(3) यह पेन्सिल हिरल की है ।
(4) वह लड़की पढ़ रही है ।
(5) सरला को कोई खिलौने दो ।
(6) मेरा लड़का विदेश गया है ।
(7) कौन-सा बच्चा शरारती है ?
(8) किस शिक्षक ने बच्चो को हँसाया ?
(9) कोई अतिथि द्वार पर खड़ा है ।
(10) जैसा देश वैसा भेस ।
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