Std 6 hindi sem 1 unit 3 समझदार नन्ही
3. समझदार नन्ही
प्रश्न: 1 निम्नलिखित शब्दों का स्पष्ट उच्चारण करते
हुए अनुलेखन कीजिए ।
(1) कक्षा (2)
ज्ञान (3) क्रम (4) विद्वान
(5) तद्दन (6)
बाह्य (7) श्रावण (8) त्रस्त
(9) राष्ट्र (10)
पद्म (11) हृदय (12) क्षमा
(13) विज्ञान (14)
क्रिया (15) द्वार (16) राजगद्दी
(17) सह्य (18)
श्रेष्ठ (19) त्रिभुवन
(20) ट्रक
(21) छद्म (22)
अपह्यत
प्रश्न: 2 निम्नलिखित परिच्छेद
का अनुलेखन करके मातृभाषा में अनुवाद कीजिए ।
नन्ही बतख तट पर आई तो उसने देखा कि एक बिच्छू दलदल
में फँसा है ।
बिच्छू ने नन्ही से प्रार्थना की, “बहन, मुझे
बचा लो ।” नन्ही को उस पर दया आ गई । उसने बिच्छू को दलदल से
उठाकर सूखे स्थान पर रख दिया ।
बिच्छू को शैतानी सूझी । उसने नन्ही को डंक मार दिया
। नन्ही पीड़ा से तड़प उठी । उसने बिच्छू से पूछा, “क्यों भाई तुमने मुझे डंक क्यों
मारा ?” बिच्छू लापरवाही से बोला, “क्या
करुँ ! डंक मारना मेरा स्वभाव है ।”
नन्ही बोली, “तुम यह गंदी आदत छोड़ दो,
नहीं तो कोई मुसीबत में तुम्हारी रक्षा नहीं करेगा।”
-: अनुवाद :-
નન્હી બતક કિનારા પર આવી તો
તેણે જોયુ કે વિંછી કિચડ઼માં ફસાઈ ગયો છે.
વિંછીએ નન્હી ને પ્રાર્થના કરી, “બહેન મને બચાવી લો.” નન્હી ને
તેના પર દયા અવી ગી. તેણે વિંછીને કિચડ઼માંથી ઉપાડીને સકી જગ્યા પર મુકી દીધો.
વિંછીને મશ્કરી સુઝી. તેણે નન્હી ને ડંખ મારી દીધો. નન્હી
પીડાથી તડપી ઉઠી. તેણે
વિંછીને પૂછ્યું, “કેમ
ભાઈ તે મને ડંખ કેમ માર્યો ?”
વિંછી બેદરકારીથી બોલ્યો, “શુ
કરું ! ડંખ
મારવો મારો સ્વભાવ છે.”
નન્હી બોલી, “તુ
આ ગંદી આદત છોડી દે, નહીં તો કોઈ મુસીબતમાં તારી રક્ષા નહીં કરે.”
प्रश्न
: 3 समानार्थी शब्द लिखिए ।
तट -
किनारा
प्रार्थना -
बिनती, अनुरोध
शैतानी -
शरारत, मस्ती
स्वभाव -
प्रकृति, आदत
प्राण -
जीवन, जान, जिंदगी
संकट -
मुसीबत
धारा -
प्रवाह, बहाव
करुण -
दु:खभरी, दर्दभरी
सहसा -
एकाएक
खिकियाना - लज्जित होकर
विश्वासघात - धोखेबाजी
निर्दोश - बेकसूर, दोष रहित
राह - रास्ता, मार्ग, पथ
प्रसन्न - खुश
दलदल - गीली जमीन जिसमें खड़े होने पर
पाँव धँसता चला जाय
प्रश्न
: 3 मुहावरों का अर्थ देकर वाक्य प्रयोग कीजिए ।
(1)
अनसुनी करना = ध्यान न देना
वाक्य प्रयोग : बिच्छू नन्ही की
बात अनसुनी करके आगे बढ़ गया ।
शिक्षक की
बात अनसुनी करके रमेश फिर से मस्ती करने लगा ।
(2)
आदत का गुलाम होना = आदत से मजबूर होना
वा. प्र : बिच्छू अपनी गंदी आदत का गुलाम है ।
मोहन अपनी
चोरी करने की आदत का गुलाम है ।
(3)
वचन देना = वादा करना
वा. प्र : बिच्छू ने नन्ही को निर्दोष जीव को डंक न मारने का वचन दिया ।
विजय ने अपने
पिता को कक्षा में प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण होने का वचन दिया ।
(4)
मन डोलना = विचार बदलना
वा. प्र : बिच्छू के गिड़गिड़ाने पर नन्ही का मन डोल गया ।
आशिष ने मिठाई न खाने का निश्चय किया था, लेकिन शादी में बहुत सारी मीठाइयाँ
देखकर उसका मन डोल गया ।
(5)
जीवनदान देना = नया जीवन देना
वा. प्र : नन्ही ने बिच्छू को दलदल से बचाकर जीवनदान दिया ।
विशाल का अकस्मात होने पर उसके दोस्त भावेश ने उसे अस्पताल पहुँचाक उसको
जीवनदान दिया ।
(6)
शर्म से पानी-पानी होना = बहुत लज्जित होना
वा. प्र : बिच्छू को अपनी गलती का अहसार होने पर वह शर्म से पानी-पानी
हो गया ।
चोरी से
मित्र का खिलौना लेते हुए पकड़े जाने पर अजय शर्म से पानी-पानी हो गया ।
(1)
थिरकने लगना = खुशी से नाचने लगना
वा. प्र : बिच्छू ने नन्ही को अपनी गंदी आदत छोड़ने का वचन दिया, तो
नन्ही थिरकने लगी ।
मीना को
विदेश जाने की अनुमती मिलजाने पर वह खुशी से नाचने लगी ।
-: अभ्यास :-
प्रश्न : 1 निम्नलिखित वाक्य किसने किससे कहा और क्यों ? बताइए ।
(1)
“माँ, मै उसकी गंदी आदत छुड़ाकर रहूँगी ।“
उत्तर : यह वाक्य नन्ही अपनी
माँ से कहती है, क्योंकि वह बिच्छू की डंक मारने की गंदी आदत छुड़ाना
चाहती थी ।
(2)
“क्या करुँ ! डंक मारना मेरा स्वभाव है ।“
उत्तर : यह वाक्य बिच्छू नन्ही से कहता है, क्योंकि नन्ही ने उसकी जान बचाइ थी फिरभी बिच्छू ने उसको डंक मार दिया था ।
(3)
“तुम यह गंदी आदत छोड़ दो, नही तो मुसीबत में कोई तुम्हारी मदद नहीं करेगा ।“
उत्तर : यह वाक्य नन्ही बिच्छू से कहती है, क्योंकि नन्ही ने उसकी जान बचाइ थी फिरभी बिच्छू ने उसको डंक मार दिया था ।
(4)
“भलाई करना मेरा स्वभाव है ।“
उत्तर : यह वाक्य नन्ही
बिच्छू से कहती है, क्योंकि पहले जान बचाने पर भी बिच्छू ने डंक मारा था वह भूलकर
नन्ही ने दूसरी बार बिच्छू की जान बचाई थी ।
(5)
“मैं वचन देता हूँ कि किसी निर्दोष जीव को डंक नहीं मारुँगा ।“
उत्तर : यह वाक्य बिच्छू
नन्ही से कहता है, क्योंकि डंक मारने पर भी नन्ही ने दूसरी बार बिच्छू की जान बचाई
थी । इसलिए बिच्छू को अपने किए पर पछतावा होता है ।
प्रश्न
: 2 यदि तुम नन्ही की जगह होते तो बिच्छू
के साथ कैसा व्यवहार करते ? सोचकर बताइए ।
उत्तर : यदि मैं नन्ही की जगह होता तो मैं भी वही
करता जो नन्ही ने बिच्छू के साथ किया । बिच्छू का स्वाभाव डंक मारना है, वह अपने
साथ भलाई करनेवालो को भी डंक मारता है । यह उसकी आदत है, लेकिन मैं बिच्छू जैसा
नहीं हूँ । मेरा स्वभाव हंमेशा दूसरों की मदद करना है । किसी की गंदी आदत की वजह
से मैं अपना अच्छा स्वभाव नहीं छोडूँगा, बल्कि यह प्रयत्न करुँगा कि मेरे अच्छे
स्वभाव से प्रभावित होकर वह अपनी गंदी आदत छोड़ दे ।
स्वाध्याय
प्रश्न : 1 निम्नलिखित प्रश्नो के उत्तर लिखिए :
(1) नन्ही कौन थी ?
उत्तर : नन्ही एक बतख थी ।
(2) बिच्छू कहाँ फँस गया था ?
उत्तर : बिच्छू दलदल में फँस गया था ।
(3)
बिच्छू को क्यों पछतावा हुआ ?
उत्तर : नन्ही ने बिच्छू की जान दो बार बचाई थी, फिर भी वह नन्ही को डंक मारने के लिए आगे बढ़ा था ।
इसलिए बिच्छू को पछतावा हुआ ।
(4) नन्ही ने क्या निश्चय किया ?
उत्तर : नन्ही ने यह निश्चय किया कि वह बिच्छू की गंदी आदत को छूड़ाकर रहेगी ।
(5)
नन्ही ने बिच्छू को क्यों बचाया ?
उत्तर : बिच्छू पानी में डूब रहा था । मौत सामने देखकर बिच्छू नन्ही को पुकारने लगा । बिच्छू गिड़गिड़ा कर
नन्ही से कहने लगा, “बहन मुझ पर दया करो ।“ नन्ही को बिच्छू पर दया आ गई, इसलिए नन्ही ने बिच्छू
को बचाया ।
(6)
बिच्छू के स्वभाव के बारे में माँ
ने नन्ही से क्या कहा ?
उत्तर : बिच्छू के स्वभाव के बारे में माँ ने नन्ही से कहा, “नन्ही अपनी गंदी आदत का गुलाम है । तुम उसे चाहे
कितनी बार बचाओ वह बार-बार डंक मारता रहेगा ।“
(7) नन्ही ने अपने स्वभाव के बारे में
क्या कहा ?
उत्तर : नन्ही ने अपने स्वभाव के बारे में बिच्छू से कहा, “भलाई करना मेरा स्वभाव है । मैं तुमसे बदला लेने के
लिए अपनी अच्छी आदत क्यों छोड़ दूँ ? मेरा काम बचाना है, मैं मुसीबत में पड़े को बार-बार बचाती
रहूँगी ।
प्रश्न : 2 घटनाओं को उनके सही क्रम में लिखिए :
(अ) नन्ही बिच्छू की
आवाज़ सुनकर दौड़ती आ गई ।
(ब) नन्ही अपनी माँ के
पास चली गई ।
(क) नन्ही ने बिच्छू को
दलदल से निकाल कर सूखे स्थान पर रख दिया ।
(ड) नन्ही ने बिच्छू को
दलदल में फँसा हुआ देखा ।
(इ) बिच्छू ने नन्ही को
डंक मार दिया ।
अत्तर : (1) नन्ही बिच्छू की आवाज़ सुनकर दौड़ती आ
गई ।
(2) नन्ही ने बिच्छू को
दलदल में फँसा हुआ देखा ।
(3) नन्ही ने बिच्छू को दलदल से निकाल कर सूखे स्थान पर रख दिया ।
(4) बिच्छू ने नन्ही को डंक मार दिया ।
(5) नन्ही अपनी माँ के
पास चली गई ।
प्रश्न : 3 इकाई में से पाँच संज्ञा शब्द ढूंढ़िए और उनका
वाक्य में प्रयोग कीजिए ।
उदाहरण : बिच्छू : बिच्छू
दलदल में फँस गया था ।
(1)
नन्ही : नन्ही का स्वभाव भलाई करना था ।
(2)
बतख : नन्ही एक बतख थी ।
(3)
दलदल : नन्ही ने बिच्छू को दलदल से बचाया ।
(4)
पानी : बिच्छू पानी की धारा में जा गिरा और डूबने लगा ।
(5)
प्राण : बिच्छू के प्राण पुन: संकट में पड़ गए ।
(6)
प्रसन्न : नन्ही प्रसन्न होकर थीरकने लगी ।
प्रश्न : 4 इकाई में प्रयुक्त मुहावरों में से किन्ही तीन
मुहावरों को रेखांकित कीजिए और उनका अर्थ देकर वाक्य में प्रयोग कीजिए ।
(1)
अनसुनी करना = ध्यान न देना
वाक्य प्रयोग : बिच्छू नन्ही की बात
अनसुनी करके आगे बढ़ गया ।
शिक्षक की
बात अनसुनी करके रमेश फिर से मस्ती करने लगा ।
(2)
आदत का गुलाम होना = आदत से मजबूर होना
वा. प्र : बिच्छू अपनी गंदी आदत का गुलाम है ।
मोहन अपनी
चोरी करने की आदत का गुलाम है ।
(3)
वचन देना = वादा करना
वा. प्र : बिच्छू ने नन्ही को निर्दोष जीव को डंक न मारने का वचन दिया ।
विजय ने अपने
पिता को कक्षा में प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण होने का वचन दिया ।
प्रश्न : 5 निम्नलिखित शब्दों के समानार्थी शब्द खोजकर
उनका वाक्य में प्रयोग करके लिखिए ।
उदाहरण : नदी - सरिता (नर्मदा गुजरात की सबसे बड़ी सरिता है
।)
(1)
स्थान - जगह (सैनिको
ने बाढ़ पिड़ितो को सुरक्षित जगह पहुचाया ।)
(2)
स्वभाव - प्रकृति (बुरे
लोग अपनी प्रकृति के गुलाम होते है ।)
(3)
मुसीबत - संकट (हमे
संकट में फँसे हुए लोगो की मदद करनी चाहिए ।)
(4)
प्रसन्न - खुश (मोहन
को खिलौना मिलने वह बहुत खुश हुआ ।)
(5)
थिरकना - नाचना (घर में
नई कार आने पर बच्चे थीरकने लगे ।)
प्रश्न : 6 निम्नलिखित शब्दों को
शब्दकोश के क्रम में लिखिए ।
(1) बिच्छू (2)
नदी (3) शैतानी (4) डंक (5)
मुसीबत
उत्तर : (1) डंक (2) नदी (3) बिच्छू (4) मुसीबत (5) शैतानी
प्रश्न : 7 नीचे दिए गए चित्रों को
देखकर दो-दो वाक्य लिखिए और कहानी बनाईए :
चिंटी और कबूतर | chinti aur kabootar |
एक जंगल था। उस जंगल में नदी के तट पर एक पेड़ था
। पेड़ पर एक कबूतर रहता था और उसी जंगल में एक चींटी भी रहती थी । एक दिन जंगल में
बहुत बारिश हुई । उस बारिश के पानी के बहाव में चींटी बहने लगी और नदी में पहुच गई
। नदी के तेज बहाव में चींटी डूबने लगी । पास के पेड़ पर बैठे कबूतर ने यह देखा और तुरंत
एक पत्ता उसकी और फेंका । चींटी पत्ते पर चढ़कर किनारे आ पहुँची । इस प्रकार कबूतर
ने चींटी की जान बचाई ।
कुछ दिनो बाद वहाँ एक शिकारी आया । उसने पेड़ की डाल
पर बैठे कबूतर को निशाना बनाया । चींटी ने शिकारी को कबूतर पर निशाना लगाते हुए
देख लिया । उसने तुरंत शिकारी के पेर पर
चढ़कर काट लिया । शिकारी दर्द से कराह उठा । उसने गोली चलाई पर उसका निशाना चूक
गया । गोली की आवाज सुनकर कबूतर तुरंत
वहाँ से उड़ गया । इस प्रकार चींटी ने कबूतर की जान बचाई । प्रश्न : 8 निम्नलिखित चित्र देखकर बताइए कि इसके बाद क्या-क्या हुआ होगा ? |
उत्तर : इस
चित्र में दो दो कार और एक मोटर साईकिल के
बीच हुई टक्कर दिखाई दे रही है । 108 ऐम्ब्युलन्स आ गई है ।और इस अकस्मात
से घायल हुए व्यक्तियों को ले जाने के लिए लोग दौड़ रहै हैं ।
इसके
बाद हुआ यह होगा कि घायल लोगों को अस्पताल ले जाकर उनका इलाज करवाया होगा घायल
लोगो के घरवालो को जानकारी दी गई होगी । कार में लगी आग को बुझाने के लिए
फायरब्रिगेड को बुलाया गया होगा । पुलिस द्वारा इस घटना की जांच की गई होगी ।
रास्ते पर हुए ट्राफिक को पुलिस द्वारा हटाया गया होगा और अकस्मात हुई दो कार तथा
बाईक को रास्ते से हटाया गया होगा ।
प्रश्न : 9 निम्नलिखित वाक्यों में उचित विरामचिह्न का
प्रयोग करके वाक्य फिर से लिखिए ।
(1)
बिच्छू बोला नन्ही बहन आज तुम जीत
गई
उत्तर : बिच्छू बोला, “नन्ही बहन ! आज तुम जीत गई ।“
(2)
क्यों भाई तुमने मुझे डंक क्यों
मारा
उत्तर : “क्यों भाई, तुमने मुझे डंक क्यों
मारा ?“
(3)
बिच्छू भाई ठिठक क्यों गए डंक मारो
उत्तर : “बिच्छू भाई, ठिठक क्यों गए ? डंक
मारो ।“
(4)
भलाई करना मेरा स्वभाव है
उत्तर : “भलाई करना मेरा स्वभाव है ।“
(5)
बहन मुझे बचा लो
उत्तर : “बहन ! मुझे बचा लो ।“
प्रश्न : 10 निम्नलिखित परिच्छेद को पढ़कर उसके नीचे
दिए गए प्रश्नो के उत्तर लिखिए ।
देवताओं
का अभिवादन स्वीकार करने के पश्चात ब्रह्माजी ने उनसे कुशल मंगल पूछा । इस पर
इन्द्र बोले, “पितामह ! हम वृत्रासुर से त्रस्त
हैं । अपनी प्राण रक्षा करना हमारे लिए कठिन हो रहा है । असुर न केवल हमसे अधिक
बलवान हैं अपितु चतुर भी हैं । हम एक शस्त्र बनाते हैं तो वे चार बना लेते हैं ।
हम उनसे पास नहीं पा सकते । कृपा कर वृत्रासुर के विनाश का कोई उपाय बताइए ।“
(1)
असुरों के बारे में इन्द्र ने क्या कहा ?
उत्तर : असुरों के
बारे में इन्द्र ने कही कि हम वृत्रासुर
से त्रस्त हैं । अपनी प्राण रक्षा करना हमारे लिए कठिन हो रहा है । असुर न केवल
हमसे अधिक बलवान हैं अपितु चतुर भी हैं । हम एक शस्त्र बनाते हैं तो वे चार बना
लेते हैं । हम उनसे पास नहीं पा सकते ।
(2)
देवता ब्रह्माजी के पास क्यों गए ?
उत्तर : देवता
वृत्रासुर के विनाश का उपाय पूछने के लिए ब्रह्माजी के पास गए ।
प्रश्न : 11 नीचे
दिए हुए वर्णो से पाँच-पाँच शब्द बनाइए :
उत्तर : भ - भगवान, भलाई, भँवरा, भारत, भीतर ।
व - वाहन, विजय, विनाश, वेद, वैद्य ।
र - राहत, रीवाज, रोज़गार, रोटी, रात ।
न - नाव, न्याय, नुकसान, नैतिक, नूतन ।
ग - गरीब, गीता, गुनाह, गीरावट, गौरी ।
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श्वेतकेतु एल. चौहाण
पे सेन्टर कुमार शाला नं. 4, धोलका
तहसील. धोलका, जिला. अहमदाबाद
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